लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एक्शन लिया. मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी क दो साल की सजा सुनाई गई है. हालांकि, अदालत के फैसले के बाद राहुल को तुरंत जमानत भी मिल गई. लेकिन इस फैसले की वजह से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता चली
ऐसे में सवाल है कि आखिर राहुल गांधी इस मामले में फंसे कैसे? क्या इसके पीछे बीजेपी है? तो सच ये है कि इसके पीछे बीजेपी नहीं है, बल्कि इसके पीछे वकीलों की वो टीम है, जो इस मामले में राहुल गांधी की पैरवी कर रही थी. ऐसे में लगता है कि इन्हीं वकीलों की वजह से राहुल गांधी इस मामले में इस कदर फंस गए कि उन्
दरअसल ये सबकुछ सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि राहुल गांधी सूरत की अदालत में तीन बार पेश हुए और तीनों में एक बार भी उन्होंने अदालत में ये नहीं कहा कि वो अपने .